Hindi Translation of 'Kappan'
"कप्पन"
कृष्णन मुझसे भी दो वर्ष पहले
तीसरी कक्षा में पढता था
और फिर बाद में मैं उनका सहपाठी बना.
कभी उत्तर पत्र पर
अपना नाम गलत लिखने
कृष्णन 'कप्पन' बन गया.
तब से सबने उसे कप्पन पुकारा
लेकिन मैंने उसे
कृष्णन ही पुकारा.
मुझे वह खूब प्यार करता था
कोई मुझसे छेडकानी करे
तो उसे वह थप्पड मारता था.
उसका नाम 'कृष्णन', सही ढ़ग से लिखने मैंने उसे सिखाया.
कप्पन, कप्पन ,कष्णन,
कृषन जैसे
उस शब्द के तद्भव, देशज रास्ते से रेंगते गिरते
अंत में एक दिन
उनका नाम 'कृष्णन'
वह सही लिखा.
उसने मुझसे पूछा
असल में तेरे पिता का नाम
पद्मनाभन है न ?
लेकिन पुकारता है 'पप्पन'
मेरा नाम कप्पन पुकारने में
तुझे कोई दिकत है तो तू मुझे
'कत्मनाभन' पुकारो.
शब्दों के साथ कसरत करते
शब्दों से परेशान हुआ
कप्पन हाेगा
शायद मेरी दृष्टि में पडा
प्रथम कवि...
(एक विश्व कविता दिवस पर लिखी कविता)
2017 के नव मलयाली ऑनलैन मैगज़िन युवा कविता पुरस्कार से पुरस्कृत कविता)
"कप्पन"
कृष्णन मुझसे भी दो वर्ष पहले
तीसरी कक्षा में पढता था
और फिर बाद में मैं उनका सहपाठी बना.
कभी उत्तर पत्र पर
अपना नाम गलत लिखने
कृष्णन 'कप्पन' बन गया.
तब से सबने उसे कप्पन पुकारा
लेकिन मैंने उसे
कृष्णन ही पुकारा.
मुझे वह खूब प्यार करता था
कोई मुझसे छेडकानी करे
तो उसे वह थप्पड मारता था.
उसका नाम 'कृष्णन', सही ढ़ग से लिखने मैंने उसे सिखाया.
कप्पन, कप्पन ,कष्णन,
कृषन जैसे
उस शब्द के तद्भव, देशज रास्ते से रेंगते गिरते
अंत में एक दिन
उनका नाम 'कृष्णन'
वह सही लिखा.
उसने मुझसे पूछा
असल में तेरे पिता का नाम
पद्मनाभन है न ?
लेकिन पुकारता है 'पप्पन'
मेरा नाम कप्पन पुकारने में
तुझे कोई दिकत है तो तू मुझे
'कत्मनाभन' पुकारो.
शब्दों के साथ कसरत करते
शब्दों से परेशान हुआ
कप्पन हाेगा
शायद मेरी दृष्टि में पडा
प्रथम कवि...
(एक विश्व कविता दिवस पर लिखी कविता)
2017 के नव मलयाली ऑनलैन मैगज़िन युवा कविता पुरस्कार से पुरस्कृत कविता)